श्री गणेश यंत्र

Ganesh yantra
श्री गणेश यंत्र
Pijarn Jangsawang

भगवान गणेश सर्वप्रथम पूजनीय माने जाते हैं। भगवान शिव की तरह वह भी भोले हैं, तथा उनकी दया दृष्टि पानाबेहद आसान है। श्री गणेश यंत्र (Shree Ganesh Yantra) एक ऐसा चमत्कारी यंत्र है, जिसकी सहायता से जातकके जीवन पर सदा गणेश जी की दया दृष्टि बनी रहती है। माना जाता है कि गणेश यंत्र (Shree Ganesh Yantra) के प्रभाव से जातक के कार्यों में आने वाली बाधाएं स्वयं ही समाप्त हो जातीं हैं।

गणेश यंत्र का उपयोग (How to Use Ganesh Yantra)

मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन इस यंत्र की स्थापना करना शुभ होता है। लाल पुष्प (फूल) व मोदक (लड्डू) के भोग से इस यंत्र की प्रतिदिन पूजा करने से जातक के जीवन में खुशियों के द्वार खुल जाते हैं तथा निःसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति होती है।

गणेश यंत्र की स्थापना व प्रभाव (Installation & Effects of Ganesh Yantra)

गणेश यंत्र का स्वामी भगवान गणेश को माना जाता है, जिसके पूजन से बौद्धिक विकास व जीवन में सकारात्मकता प्राप्त होती है। इस पवित्र यंत्र की सहायता से समस्त दुष्प्रभावों को निरस्त कर, एक सफल इंसान बन सकते हैं। गणेश यंत्र दिव्य शक्तियों द्वारा सभी मुसीबत को दूर करता है। इसलिए इस यंत्र की स्थापना पूजा वाले स्थान पर विशेष पूजन द्वारा की जाने चाहिए।

गणेश यंत्र की स्थापना के लिए मंत्र (Mantra for Ganesh Yantra)

गणेश यंत्र के बारे में कहा जाता है कि यह मात्र 11 बार ॐ गं गणपतयै नम: बोलने से ही सिद्ध हो जाता है, लेकिन कई जगह वर्णित है कि श्री गणेश यंत्र को कम से कम 11,000 श्री गणेश मंत्रों ("ॐ गं गणपतयै नम:") द्वारा अभिमंत्रित होना चाहिए। इसलिए गणेश यंत्र की स्थापना करते समय किसी सुयोग्य पंडित से सलाह अवश्य लें।नोट: गणेश यंत्र की स्थापना करते समय किसी सुयोग्य पंडित से सलाह अवश्य लें.

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