21 दिनों तक रोज सूर्यास्त के समय आधा किलो कच्चे दूध में नौ बूंद शुद्ध शहद मिलाकर , साफ़ - सुथरे एक बर्तन में डालकर मकान की सबसे ऊपरी छत पर पहुंचे और वहां से नीचे आते हुए , सब कमरों आदि में दूध के छींटे मारते हुए , मकान के दरवाज़े से बहार निकल आएं और चौराहे पर दूध के उस बर्तन को रखकर घर वापिस लौट आएं। 21 दिनों तक यह क्रिया करने से घर की समस्त नकारात्मकता खत्म हो जाती हैं। इस कार्य को करते समय किसी भी प्रकार की टोका - टाकी नहीं होनी चाहिए। चौराहे पर दूध का बर्तन रख देने के बाद उसे पलटकर नहीं देखना चाहिए। इस उपाय को करने से कार्यो में विघ्न - बाधाएं , परिवार के झगडे एवं प्रेत आत्माओं का प्रवेश सब खत्म हो जाते हैं और घर में देवी - देवताओं का वास होता हैं। परिवार में हर तरह की सुख - शांति हो जाती हैं। दूध यदि गाय का हो तो अति उत्तम रहता हैं।