नाक का फड़कना

Naak Ka Fadakna
नाक का फड़कना

नाक फड़कने का फल

अंग शास्त्र जिसे लोग सामुद्रिक शास्त्र भी कहते हैं को शिवपुत्र कार्तिकेय ने लिखा था। कार्तिकेय द्वारा लिखे गए इस शास्त्र में अंगों से फड़कने के कई राज बताए गए हैं। सभी अंगों की तरह ही नाक के फड़कने के भी शुभ और अशुभ फल होते हैं जो निम्न हैं:

दायीं नाक का फड़कना (Right Nose)

अंग शास्त्र के अनुसार अगर जातक की दायीं नाक फड़कती है तो उसकी किसी अन्य व्यक्ति से बहस या लड़ाई हो सकती है। लेकिन कुछ ज्योतिषी मानते हैं कि व्यापारी वर्ग के लिए यह एक अच्छा संकेत होता है। उनके अनुसार किसी व्यक्ति की नाक फड़कने पर उसको व्यापार में लाभ होता है।

बायीं नाक का फड़कना (Left Nose)

ज्योतिषियों का मानना है कि नाक के बाएं भाग के फड़कने पर व्यक्ति को प्रसिद्धि, सम्मान तथा धन की प्राप्ति होती है। दूसरी ओर नाक की नोक पर होने वाली फड़फड़ाहट को आने वाली मुसीबत या लंबी बीमारी से मौत का संकेत माना जाता है। नाक का बायां कोना फड़कना पुत्र पक्ष से किसी खुशखबरी का संकेत देता है।

नाक के अन्य हिस्सों का फड़कना

नाक के दाएं- बाएं भाग के अलावा यदि व्यक्ति के नाक के अंदर का भाग फड़के तो उसे सुख की प्राप्ति होती है। वहीं यदि नाक के नथुने फड़कते हैं, तो इसे जातक के जीवन में धन-लाभ का संकेत माना जाता है।

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