कोच्चि के बारे में जानकारी - Kochi in Hindi

कोच्चि के बारे में जानकारी - Kochi in Hindi

कोच्चि (Kochi), भारत के केरल राज्य में स्थित एक प्रमुख शहर है जिसे कोचीन कहकर भी पुकारा जाता है। अरब सागर की रानी (Queen of Arabian Sea) के नाम से प्रसिद्ध यह शहर 14वीं शताब्दी से ही मसालों के व्यापार का केंद्र रहा है। कोच्चि पर अरबों, ब्रिटिश, चीनी, डच और पुर्तगाली का काफी लंबे समय तक शासन रहा, जिन्होंने कोच्चि के इतिहास और संस्कृति पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। आउटलुक ट्रैवलर पत्रिका के एक सर्वेक्षण के अनुसार यह शहर भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन आकर्षणों में छठे स्थान पर है। कोच्चि के पर्यटक स्थलों (Tourist Place of Kochi) में सेंट फ्रांसिस चर्च, सांताक्रूज कैथेड्रिल, बोलघाट्टी महल, मरीन ड्राइव, पल्लिपुरम किला आदि शामिल हैं। समुद्र तट के पास होने के कारण यह स्थान सी-फ़ूड (Sea Food) के दीवानों के लिए जन्नत मानी जाती है। 

कोच्चि के बारे मे -

कोच्चि से, खरीददारी के शौकीन पर्यटक बहुत कुछ खरीद सकते हैं जिसमें खासतौर पर हस्तशिल्प, मसाले और बादाम शामिल हैं। कोच्चि में मसालों की बहुत पुरानी दुकानें भी हैं जहां से अच्छी क्वालिटी के मसाले खरीदे जा सकते हैं। इसके अलावा पर्यटक यहाँ स्थित एम.जी रोड से कपड़े, हस्तशिल्प और ज्वैलरी भी खरीद सकते हैं। ब्रॉडवे (Broadway) से मसाले तथा छोटी- छोटी जरुरी चीजें खरीद सकते हैं।

कोच्चि की यात्रा सुविधाएं -

  • यहाँ आकर बैकवाटर्स (Backwaters) में नौका सवारी का लुत्फ उठाना चाहिए

  • यात्री केरला आयुर्वेद केंद्र (Kerala Ayurveda Centre) से आयुर्वेदीक मसाज का भी अनुभव ले सकते हैं

  • इलेक्ट्रिफायिंग कथकली परफॉरमेंस (Electrifying Kathakali Performance) देखने के लिए कोच्चि

  • सांस्कृतिक केंद्र (Cochin Cultural Centre), केरला कथाकली केंद्र (Kerala Kathakali Center) तथा ग्रीनिक्स गांव (Greenix Village) जरुर जाएं

  • यात्रा के दौरान अपनी चीजों का विशेष ध्यान रखें

  • भीड़- भाड़ वाले इलाके में कीमती सामान लेकर न जाएं

कोच्चि का इतिहास -

कोच्चि ऐतिहासिक समय से ही एक बंदरगाह रहा है लेकिन इसका महत्व तब अधिक बढ़ा जब साल 1341 में पेरियार नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण मुज़िरिस बंदरगाह जो उस समय का एक बड़ा बंदरगाह था, नष्ट हो गया। ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार कोच्चि मूल रुप से 12 वीं शताब्दी में हुए चेर वंश के पतन के बाद ही उभर कर अस्तित्व में आया था। साल 1503 से 1663 तक कोच्चि पर पुर्तगाली साम्राज्य का नियंत्रण रहा और फिर यहां डच शासकों ने अपना आधिपत्य कायम कर लिया। इसके बाद 1773 में मैसूर के राजा हैदर अली ने यहाँ कब्जा कर लिया। 1814 में कोच्चि ब्रिटिश सरकार के अधीन चला गया। सर रॉबर्ट ब्रिस्टो (Sir Robert Bristow) की देखरेख में इसे एक प्रमुख बंदरगाह के रुप में विकसित किया गया। आजादी के बाद कोच्चि पहली रियासत बनी जिसने खुद को भारतीय संघ (Indian Union) में शामिल होने की स्वीकृति दी। 

कोच्चि की सामान्य जानकारी -

  • स्थानीय भाषाएँ - मलयालम, अंग्रेजी, हिंदी और तमिल

  • स्थानीय परिवहन - टैक्सी, कैब, ऑटो रिक्शा, बस, बोट और जहाज।

  • पहनावा - यहाँ की महिलाएं नैरयथू (Neriathu) नामक एक परंपरागत परिधान पहनती हैं। इसके अलावा यहाँ की महिलाएं साड़ी भी पहनती हैं साथ ही विशेष उत्सव पर कारा (Kara) नामक ज्वैलरी पहनती हैं। यहाँ के स्थानीय पुरुष मुंडू (Mundu) पहनते है जो लुंगी (Lungi) की तरह होती है। मुंडू के साथ शर्ट यहां की सबसे प्रचलित ड्रेस मानी जा सकती है। साथ ही कोच्चि में रहने वाले युवा पुरुष जींस, टी-शर्ट, पैंट शर्ट भी पहनते हैं।

  • खान-पान - कोच्चि के स्थानीय लोग मसालेदार खाना के साथ नारियल की चटनी खाना अधिक पसंद करते हैं। इसके अलावा यहाँ साउथ इंडियन के विभिन्न व्यंजनों के लाजवाब स्वाद के साथ- साथ चाइनीज और नार्थ इंडियान व्यंजनों का स्वाद भी चख सकते हैं। कोच्चि में बहुत से ऐसे रेस्तरां है जहाँ पर्यटक इटेलियन (Italian), फ्रैंच (French), मैक्सिकन (Mexican) खाना भी खा सकते हैं। समुद्र के पास होने के कारण यहां सी-फूड (Sea Food) बहुत मिलता है जो बेहद स्वादिष्ट होता है। यहां पर्यटक मछली, केकड़े जैसे सी-फूड का आनंद ले सकते हैं। शाकाहारियों के लिए यहां केले से बने कई व्यंजन मिलते हैं जो बेहद स्वादिष्ट होते हैं। साथ ही यहां केरल परांठा (Kerala paratha), थुठ्ठु डोसा (Thattu Dosas) आदि का स्वाद भी लिया जा सकता है।

कोच्चि के प्रमुख त्यौहार -

  • मलयातूर पेरुनल महोत्सव (Malayatoor Perunal Festival) - यह कोच्चि के मुख्य त्यौहारों में से एक है जो हर साल मार्च से अप्रैल माह के बीच मनाया जाता है। यह ईस्टर (Easter) के बाद आने वाले रविवार को मनाया जाता है। इस उत्सव का आयोजन मलयातूर (Malayatoor) पर स्थित विश्व प्रसिद्ध कैथोलिक चर्च में किया जाता है, जो कोच्चि शहर के निकट ही स्थित है। इस दौरान विश्व भर से श्रद्धालु यहाँ आते हैं और प्रार्थना करते हैं। 

  • इंदिरा गांधी नौका दौड़ (Indira Gandhi Boat Race) - यह कोच्चि के महत्तवपूर्ण उत्सवों में से एक है। यह हर साल दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित होती है। इस दौरान विभिन्न नोका दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की जाती हैं जैसे - नेहरू ट्रॉफी नौका दौड़ (Nehru Trophy Boat Race), चम्पकुलम मूलम नौका दौड़ (Champakulam Moolam Boat Race) पयिप्पड जलोत्सवम (Payippad Jalotsavam) और कुमारकोम नौका दौड़ (Kumarakom Boat Race)। 

कोच्चि कैसे पहुंचें -

  • हवाई मार्ग - By Flight

कोच्चि पहुंचने के लिए देश के विभिन्न शहरों से सीधी फ्लाइट पकड़ी जा सकती है। कोच्चि में स्थित कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Cochin International Airport) शहर का मुख्य एयरपोर्ट है। 

  • रेलवे मार्ग - By Train

कोच्चि में दो मुख्य रेलवे स्टेशन है - एर्नाकुलम जंक्शन (Ernakulam Junction) और एर्नाकुलम टाउन (Ernakulam Town)। दोनों रेलवे स्टेशनों से कोच्चि को केरल के सभी बड़े और छोटे शहरों से जोड़ते है। भारत के अन्य शहरों से भी दोनों रेलवे स्टेशनों के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं। 

  • सड़क मार्ग - By Road

NH 47, NH 49 और NH 17 द्वारा कोच्चि देश के अन्य बड़े शहरों द्वारा जुड़ा हुआ है। दक्षिण भारत के लगभग सभी बड़े शहरों से कोच्चि के लिए बसें नियमित रुप से चलती है।

  • समुद्री मार्ग द्वारा - By Water

कोच्चि पहुंचने के लिए समुद्री रास्ता भी बेहतर माना जाता है। गोवा, मुंबई, लक्षद्वीप और कोलांबो आदि से यहां के लिए क्रूज़ (Cruze) चलते हैं। 

कोच्चि घूमने का समय -

कोच्चि घूमने के लिए सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से मार्च का है। इस दौरान यहां का मौसम हल्का सर्द और सुहाना होता है। 

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in